सर्वनाम भाषा का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाता है। सर्वनाम के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण प्रकार है ‘सापेक्ष सर्वनाम’। सापेक्ष सर्वनाम का प्रयोग करते समय भाषा का सौंदर्य और स्पष्टता बनी रहती है। इस लेख में हम सापेक्ष सर्वनाम के बारे में विस्तार से जानेंगे।
सापेक्ष सर्वनाम की परिभाषा
सापेक्ष सर्वनाम (Relative Pronouns) वे सर्वनाम होते हैं जो मुख्यतः किसी संज्ञा या सर्वनाम के बारे में अतिरिक्त जानकारी देने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। ये वाक्य को जोड़ने का कार्य भी करते हैं। हिंदी में मुख्य सापेक्ष सर्वनाम हैं: जो, जिसने, जिसका, जिसे, जिसमें इत्यादि।
सापेक्ष सर्वनाम के प्रकार
1. ‘जो’ का प्रयोग
‘जो’ सर्वनाम का प्रयोग मुख्यतः किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान का उल्लेख करने के लिए किया जाता है जो पहले से ही वाक्य में संदर्भित हो चुका हो।
उदाहरण:
– वह व्यक्ति जो वहाँ खड़ा है, मेरा मित्र है।
– वह पुस्तक जो मैं पढ़ रहा हूँ, बहुत रोचक है।
2. ‘जिसने’, ‘जिसका’, ‘जिसे’, ‘जिसमें’ का प्रयोग
इन सर्वनामों का प्रयोग संज्ञा के विभिन्न कारकों के अनुसार किया जाता है।
उदाहरण:
– वह व्यक्ति जिसने मेरी मदद की, बहुत दयालु है।
– वह व्यक्ति जिसका घर बड़ा है, बहुत अमीर है।
– वह व्यक्ति जिसे मैंने देखा, बहुत खुश था।
– वह स्थान जिसमें हम गए थे, बहुत सुंदर था।
सापेक्ष सर्वनाम का प्रयोग वाक्य में
सापेक्ष सर्वनाम वाक्य को जोड़ने और स्पष्टता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनका सही प्रयोग भाषा को अधिक सटीक और प्रभावी बनाता है। आइए कुछ और उदाहरणों के माध्यम से समझते हैं:
– वह लड़का जो सबसे तेज दौड़ता है, वह मेरा भाई है।
– वह महिला जिसने गीत गाया, वह मेरी माँ है।
– वह घर जिसमें हम रहते हैं, बहुत पुराना है।
– वह व्यक्ति जिससे मैंने बात की, वह शिक्षक है।
सापेक्ष सर्वनाम और उपवाक्य
सापेक्ष सर्वनाम उपवाक्य (Subordinate Clauses) बनाने में भी सहायक होते हैं। ये उपवाक्य मुख्य वाक्य के साथ मिलकर संपूर्ण वाक्य का निर्माण करते हैं।
उदाहरण:
– वह किताब जो मैंने कल खरीदी, बहुत महंगी थी।
– वह लड़का जिसने मुझे फूल दिए, बहुत अच्छा है।
इन वाक्यों में ‘जो’ और ‘जिसने’ उपवाक्य को मुख्य वाक्य से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
सापेक्ष सर्वनाम का सही प्रयोग
सापेक्ष सर्वनाम का सही प्रयोग भाषा की गुणवत्ता को बढ़ाता है। गलत प्रयोग से वाक्य का अर्थ बदल सकता है या वाक्य अस्पष्ट हो सकता है। इसलिए, इनका सही प्रयोग बहुत आवश्यक है।
उदाहरण के लिए:
गलत: वह लड़का जिसने मुझे देखा, वह मेरा मित्र है। (यहां ‘जिसने’ का प्रयोग गलत है। सही शब्द ‘जिसे’ होना चाहिए।)
सही: वह लड़का जिसे मैंने देखा, वह मेरा मित्र है।
सापेक्ष सर्वनाम के अन्य उदाहरण
1. ‘जो’ का प्रयोग
– वह व्यक्ति जो गाना गा रहा है, वह प्रसिद्ध गायक है।
– वह पुस्तक जो मैंने पढ़ी, बहुत ज्ञानवर्धक थी।
2. ‘जिसने’ का प्रयोग
– वह महिला जिसने हमें खाना खिलाया, बहुत दयालु है।
– वह व्यक्ति जिसने यह चित्र बनाया, वह बहुत प्रतिभाशाली है।
3. ‘जिसका’ का प्रयोग
– वह लड़का जिसका नाम राहुल है, वह मेरा सहपाठी है।
– वह घर जिसका रंग नीला है, बहुत सुंदर है।
4. ‘जिसे’ का प्रयोग
– वह व्यक्ति जिसे मैंने देखा, वह बहुत खुश था।
– वह पुस्तक जिसे मैंने खरीदा, बहुत रोचक थी।
5. ‘जिसमें’ का प्रयोग
– वह कमरा जिसमें हम बैठे थे, बहुत बड़ा था।
– वह बाग जिसमें हम घूमने गए, बहुत सुंदर था।
सापेक्ष सर्वनाम की महत्ता
सापेक्ष सर्वनाम भाषा को अधिक स्पष्ट और संप्रेषणीय बनाते हैं। इनके प्रयोग से वाक्य अधिक संगठित और अर्थपूर्ण बनते हैं। इसके अतिरिक्त, सापेक्ष सर्वनाम उपवाक्यों को मुख्य वाक्यों से जोड़कर वाक्य को लंबा और विस्तृत बनाते हैं, जिससे लेखक या वक्ता अपनी बात को अधिक विस्तार से और स्पष्टता से प्रस्तुत कर सकता है।
सापेक्ष सर्वनाम के कुछ सामान्य नियम
सापेक्ष सर्वनाम का सही प्रयोग करने के लिए कुछ सामान्य नियम हैं जिन्हें ध्यान में रखना आवश्यक है:
1. सापेक्ष सर्वनाम का प्रयोग उसी संज्ञा या सर्वनाम के लिए किया जाना चाहिए जो पहले वाक्य में संदर्भित हो चुका हो।
2. वाक्य के संदर्भ और संज्ञा के कारक के अनुसार सापेक्ष सर्वनाम का चयन करना चाहिए।
3. सापेक्ष सर्वनाम का प्रयोग करते समय वाक्य का अर्थ स्पष्ट और सटीक होना चाहिए।
सापेक्ष सर्वनाम और अन्य सर्वनाम
सापेक्ष सर्वनाम अन्य सर्वनामों से भिन्न होते हैं। उदाहरण के लिए, व्यक्तिगत सर्वनाम (मैं, तुम, वह) व्यक्ति विशेष का उल्लेख करते हैं, जबकि सापेक्ष सर्वनाम संज्ञा या सर्वनाम के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करते हैं और वाक्य को जोड़ने का कार्य करते हैं।
उपसंहार
सापेक्ष सर्वनाम भाषा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो वाक्यों को जोड़ने और संज्ञा या सर्वनाम के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करने में सहायक होते हैं। इनके सही प्रयोग से भाषा की स्पष्टता और सुंदरता बढ़ती है। आशा है कि इस लेख के माध्यम से आपको सापेक्ष सर्वनाम के बारे में समग्र जानकारी प्राप्त हुई होगी और आप इनके प्रयोग में अधिक निपुण हो सकेंगे।
इस विषय को और अधिक गहराई से समझने के लिए आप अभ्यास कर सकते हैं और विभिन्न वाक्यों में सापेक्ष सर्वनाम का प्रयोग करके देख सकते हैं। इससे आपकी भाषा की क्षमता और भी मजबूत होगी।




